मुझे मिला भाई का मोटा लंड-Bhai Behen ki Chudai
- By : Tharki
- Category : Bhai Behen ki Chudai
ब्रो सिस पोर्न कहानी में पढ़ें कि एक बार मौसेरे भाई से चुदने के बाद मुझे सेक्स चढ़ने लगा था तो मैंने अपने घर में ही घर का लंड लेने की योजना बनाई मेरा नाम हिमांशी सिंह है मैं पानीपत की रहने वाली हूं मेरी उम्र 28 साल है और मेरा फिगर 34-28-38 का है हमारे घर में मेरे एक छोटी बहन एक छोटा भाई और मम्मी-पापा हैं।
मेरे भाई का नाम राहुल और बहन का नाम कोमल है भाई मुझसे एक साल और बहन 3 साल छोटी है ये ब्रो सिस पोर्न कहानी तब की है जब मैं अपने मौसेरे भाई से चुद चुकी थी मेरी चूचियां बड़ी होने लगी थीं अब मैं चुपके चुपके मम्मी को चुदाई भी देखा करती थी और अपनी चूत में उंगली गाजर ये सब भी करने लगी थी।
पापा के दुकान पर जाने के बाद अक्सर मम्मी अपने किसी नए ब्वॉयफ्रेंड को घर पर बुला लेती थीं और जी भरके चुदती थीं मैं जिस दिन स्कूल नहीं जाती थी या हाफ टाइम से वापस आ जाती थी उस दिन मम्मी को चुदाई का लाइव मजा लेने को मिल जाता था मम्मी की चुदाई देख कर मेरा भी लंड लेने का बहुत मन करता था।
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गाजर मूली की जगह मुझे भी असली लंड अपनी चूत में चाहिए था पर मैं गर्ल्स स्कूल में जाती थी और आस पास के कोई लड़के इतने हॉट दिखते नहीं थे और जो थे भी वो काफी बड़े थे इसलिए उनपर ट्राई करने का कोई मतलब नहीं था एक दिन मैंने प्लान बनाया कि न तो मेरा भाई सगा भाई है और न ही मेरे पापा मेरे असली पापा हैं तो मैं लंड इधर उधर जाकर क्यों ढूंढूं।
मैंने निश्चय किया कि मैं अब ब्रा और पैंटी घर में नहीं पहना करूंगी ताकि मेरी चूची और चूत मेरा भाई या पापा या दोनों नोटिस कर सकें मैं ज्यादातर घर में स्कर्ट या मिनी स्कर्ट ही पहनती थी जब भी मैं और मेरा भाई लूडो या कुछ भी आमने सामने बैठने वाला खेलते तो मैं जानबूझ कर अपना एक घुटना मोड़ कर ऊपर कर लेती ताकि उसे मेरी चूत साफ दिखाई दे जाए।
मैं उसके सामने ऐसे दिखावा करती जैसे अनजाने में हो गया हो वो हर बार जब मेरी चूत देखता तो ये देखने को कोशिश करता कि मुझे पता तो नहीं चला मैं ऐसे बर्ताव करती जैसे मुझे कुछ पता ही नहीं है मैं जानबूझ कर उसके और पापा के सामने अक्सर चीजें गिरा देती और झुक कर उठाती ताकि उन दोनों को मेरी चूचियां दिखाई दे जाएं।
कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा मैं सोच रही थी कि कौन आकर पहल करेगा मैं अपना रूम लॉक नहीं करती थी जिससे भाई या पापा कोई भी आराम से आ सके एक रात मैं अपने कमरे में सो रही थी मैंने सिर्फ स्कर्ट और झीना वाला टॉप पहना था तब रात का 1 या 2 बजा होगा उस वक्त भाई मेरे कमरे में आया भाई ने मुझे धीरे से हिलाया और आवाज दी- दीदी।
मैंने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया उसने फिर से थोड़ा सा हिलाया मैंने फिर कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया उसको लगा कि मैं बहुत गहरी नींद में सो रही हूँ उसने धीरे से मेरी चूची पर हाथ रखा और धीरे धीरे दबाने लगा फिर उसने धीरे से मेरा टॉप और स्कर्ट ऊपर की और मेरे मम्मों से खेलने लगा मम्मों से खेलने के बाद उसने मेरी चूत की दरार में उंगली डाली और धीरे धीरे मेरी चूत रगड़ने लगा।
मेरी चूत पहले से ही गीली हो चुकी थी वो धीरे धीरे मेरी चूत के छेद तक पहुंच गया और जैसे ही उसने अपनी उंगली मेरी चूत में सरकाई मेरी चूत गीली होने की वजह से उसकी पूरी उंगली सरक कर अन्दर घुस गई वो शायद घबरा गया और उसने तुरंत अपनी उंगली बाहर निकाल ली।
फिर एक मिनट बाद उसको लगा कि मैं अभी भी सो रही हूँ तो उसने फिर से उंगली मेरी चूत में डाल दी और मेरी टांगें खोल दीं अब उसने एक हाथ से मेरी चूत फैलाकर दूसरे हाथ से उंगली करना शुरू कर दिया वो शायद जोश जोश में ये भूल गया था कि मैं जाग सकती हूँ उसने दो उंगली चूत में घुसा स्पीड थोड़ी तेज कर दी अब मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था।
मेरा मन कर रहा था कि मैं गांड उठाकर और हिला हिला कर उसका साथ दूँ पर मैं चुपचाप लेटी रही वो मेरी चूत में उंगलियां डालता फिर चाट लेता फिर डालता फिर चाट लेता कुछ देर बाद उसने हिम्मत करके मेरी टांगें थोड़ी और फैला दीं और अपना मुँह मेरी चूत पर रख दिया वो मेरी चूत चाटने लगा।
कोई 5 मिनट तक वो मेरी चूत चाटता रहा फिर उसने अपना लंड निकाला और मेरे हाथ में पकड़ा कर मेरी मुट्ठी बंद की वो मेरे हाथ से अपने लंड को ऊपर नीचे करवाने लगा उसका लंड उसकी उम्र के लड़कों से काफी बड़ा था उसका लंड 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था उसका लंड इतनी छोटी उम्र में ही किसी आदमी की तरह हो चुका था।
कुछ मिनट बाद उसने अपना लंड मेरे होंठों पर लगाया मैंने लंड का स्वाद काफी समय बाद महसूस किया था पिछली बार जब मैंने अपने मौसेरे भाई का लंड चूसा था उसके बाद आज मैं लंड का स्वाद ले रही थी उसने अपनी उंगली से मेरा मुँह खोलने की कोशिश की तो मैंने मुँह ढीला छोड़ दिया ताकि वो आराम से खोल सके।
उसने मेरा मुँह खोला और अपने लंड का सुपारा मेरे मुँह में घुसा दिया फिर थोड़ा और अन्दर करने के बाद वो धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा और साथ मेरे मम्मों को दबाने लगा 5 मिनट बाद उसने मेरे मुँह में ही पिचकारी मार दी और जल्दी जल्दी में लंड निकालते हुए उसने आधा रस मेरे मुँह के अन्दर और थोड़ा मेरे मुँह के ऊपर गिरा दिया बाकी का रस उसने मेरी चूत पर डाल दिया।
मेरे मुँह के बाहर रस गिरा था तो वो अपनी उंगली से रस उठाकर मेरे मुँह के अन्दर डालने लगा था उसने जो रस चूत पर गिराया था वो उसने मेरी चूत की दरार में रगड़ दिया और मेरे कपड़े ठीक करके वापस चला गया उसके जाने के बाद मेरे मुँह में जो रस था मैंने सब पी लिया और सो गई अगले दिन संडे था मैं सुबह उठी तो देखा राहुल अभी भी अपने रूम में सोया है।
पापा दुकान जा चुके हैं मम्मी बाथरूम में हैं मैं राहुल के रूम में गई उसका लंड चादर के ऊपर से साफ दिख रहा था मैंने धीरे चादर ऊपर की तो देखा उसने अपनी चड्डी नहीं पहनी है मेरा मन तो कर रहा था कि लपक कर उसका लंड मुँह में ले लूँ पर मैं सही वक्त का इंतजार कर रही थी इसलिए मैं वहां से चली गई मम्मी बाथरूम से निकलीं और जल्दी से नाश्ता बनाने लगीं।
शायद उन्हें बाहर जाना था उनका मन किसी ब्वॉयफ्रेंड से चुदने का रहा होगा नाश्ता करने के बाद मम्मी तुरंत चली गईं और जाते समय कहने लगीं कि मुझे आने में देर हो जाएगी तो दोपहर का खाना बना कर जा रही हूँ बस सब्जी बनाना है बना कर खा लेना और अपने भाई बहन को भी खिला देना।
मैंने कहा- ठीक है मैं बना दूंगी अब स्थितियां और भी मेरे अनुकूल बनती जा रही थीं पापा मम्मी दोनों नहीं थे मैं और मेरा भाई सिर्फ घर पर थे कोमल अभी छोटी थी तो उसका कोई डर नहीं था मैंने नाश्ता लगाया और भाई के रूम में पहुंची भाई को उठाया और कहा- लो भाई जल्दी से नाश्ता कर लो वरना ठंडा हो जाएगा।
अभी मैंने रात वाली ही स्कर्ट पहनी थी बिना पैंटी के क्योंकि पैंटी और ब्रा तो मैंने वैसे ही पहनना बंद कर दिया था भाई उठकर कहीं जा नहीं सकता था क्योंकि वो चादर के नीचे नंगा था मैं बेड पर पैर फोल्ड करके बैठ गई हम दोनों नाश्ता करने लगे एक मिनट बाद मैंने अपना एक पैर घुटने से टेड़ा कर लिया ताकि भाई को मेरी चूत के दर्शन हो सकें।
भाई नाश्ता कर रहा था और मेरी नजर बचाकर मेरी चूत देख रहा था हमने नाश्ता खत्म किया मैं बर्तन लेकर बाहर चली गई और अपने रूम में जाकर मिनी स्कर्ट पहन ली मैंने 2 साल पहले वाली मिनी स्कर्ट ढूंढ कर पहनी थी क्योंकि वो इतनी छोटी थी कि अगर मैं जरा सा भी झुकूं तो मेरी चूत पीछे से साफ दिखाई दे जाए कई पोर्न मूवीज में मैंने ऐसे सिड्यूस करते हुए देखा था।
पर मुझे पता था कि मूवीज में जो कुछ भी दिखाते हैं वो पहले से तय होता है मगर यहां मुझे ऐसे दिखाना होगा कि मुझे कुछ नहीं पता सब अनजाने में हो रहा है भाई रूम से बाहर आ चुका था और नीचे टीवी वाले कमरे में बैठा था मैं वहां जाकर पौंछा लगाने लगी जब मैं भाई के सामने पौंछा लगा रही थी तो उसे मेरी चूचियां हिलती हुई साफ दिख रही होंगी क्योंकि मेरा टॉप बहुत ढीला था।
फिर मैं जाकर कोने की तरफ पौंछा लगाने लगी वहां से उसे मेरी चूत के दर्शन साफ साफ हो रहे होंगे इसीलिए जब मैं चेंज करने गई थी तो मैंने लिपस्टिक अपनी गांड में डाल ली थी ताकि जब मैं झुक कर पौंछा लगा रही होऊंगी तो भाई को मेरी गांड में फंसी लिपस्टिक दिखाई दे जाएगी और उसे ये लगेगा कि मुझे लंड चाहिए है मैं पौंछा लगाकर वहां से चली गई।
वहां से जाने के बाद मैं बाथरूम में चली गई और जानबूझ कर तौलिया नहीं ले गई मैंने तौलिया अपने कमरे की अलमारी में रखा था और उसके नीचे एक पैंटी अपनी चूत रगड़ कर रख दी थी जिससे उसमें मेरी चूत की महक भी भर जाए और चूत के रस से गीली भी हो जाए ताकि भाई जब मेरा तौलिया उठाने जाए तो वो मेरी पैंटी सूंघ सके और चाट सके।
मेरे घर के बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा जमीन से ऊपर लगाया गया है ताकि उसपर ज्यादा पानी न गिरे और वो जल्दी खराब न हो इसका फायदा उठा कर अगर उसके नीचे से कोई झांके तो उसे अन्दर का नजारा साफ देखने को मिलता है ये मुझे पता था कि भाई बाथरूम में झांकने जरूर आएगा इसलिए मैंने बाथरूम में जाकर कपड़े उतारे और गेट के सामने बैठ कर अपनी चूत में उंगली करने लगी।
अपनी गांड में लिपस्टिक को अन्दर बाहर करने लगी भाई बाहर से देख रहा था उसकी परछाई अन्दर आ रही थी थोड़ी देर उंगली करने के बाद मैं नहाने लगी उसके बाद मैंने भाई को आवाज दी- भाई जरा मेरी तौलिया दे दो मैं बाहर ही भूल गई हूँ शायद मेरे रूम में होगा भाई कुछ देर बाद तौलिया देने आया।
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मैंने फिर से जानबूझ कर अपना आधा हिस्सा गेट के पीछे रखा और आधा दिखने दिया मैंने ऐसे जताया मानो मैंने अपनी समझ से सब छुपा रखा है पर मेरा भाई अब बहुत एक्साइटेड हो चुका था और मेरी भीगी हुई चूचियां और भीगी हुई आधी चूत देखने के बाद उसके सब्र का बांध टूट गया वो बाथरूम में घुस गया और मेरी चूचियां दबाने लगा।
मैंने उसे पीछे हटाया और अपनी चूत और चूची एक एक हाथ से ढकने की कोशिश करते हुए गुस्से में कहा- ये क्या करे रहे हो बाहर निकलो वो कुछ नहीं बोला बस लगा रहा मैं पीछे मुड़ गई और मैंने फिर से कहा- जाओ यहां से वर्ना मैं मम्मी को कह दूंगी उसने अपना हाफ लोअर निकाल दिया और मुझे पीछे से ऐसे पकड़ लिया जैसे उसने मेरी कोई बात सुनी ही न हो।
उसका लंड मेरी गांड की दरार में रगड़ रहा था मेरी चूत और उसका लंड पहले से ही गीले थे वो थोड़ा नीचे झुका और मुझे थोड़ा अपनी तरफ खींच कर उसने अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया लंड घुसेड़ते ही वो धक्के देने लगा मैं उससे कह रही थी कि हटो ये क्या कर रहे हो हटो मगर मुझे उसके लंड से चूत रगड़वाने में मजा आ रहा था ब्रो सिस पोर्न का मजा मुझे मिल रहा था।
पर मुझे ये अभी नहीं दिखाना था इसलिए मैं बार बार उससे हटने के लिए कह तो रही थी पर उसे हटाने के लिए कुछ कर नहीं रही थी भाई बार बार कहने में लगा था- बस दीदी थोड़ा सा कर लेने दो बस थोड़ा सा और वो जोर जोर से धक्के मारे जा रहा था उसका लंड मेरी चूत में पूरा अन्दर बाहर होने लगा था और मेरी भी चूत रसीली हो गई थी।
कुछ 5 मिनट में वो मेरी चूत में ही झड़ गया मगर फिर भी वो धक्के मारता रहा थोड़ी देर और धक्के मारने के बाद वो लंड बाहर निकाल कर अलग हुआ और टॉयलेट से बाहर चला गया मैं 2 मिनट अन्दर ही रही, फिर तौलिया लपेट कर बाहर आ गई वो वहीं मेरे कमरे में ही बैठा था मैंने कहा- तुमने ऐसा क्यों किया तुम्हें नहीं पता है कि मैं तुम्हारी बहन हूँ क्या ये सब अपनी सगी बहन के साथ किया जाता है।
उस पर वो बोला- दीदी सॉरी पर आप बहुत सुंदर हैं और मैं जब आपको देखता हूँ तो मुझसे कंट्रोल ही नहीं हो पाता मैंने कहा- ऐसे कैसे कंट्रोल खो जाता है कोई तमीज नहीं बची है तुममें मैं उसे डराने की कोशिश कर रही थी ताकि वो मेरे इशारे पर चले और जब मैं कहूँ तब मुझे चोदे वो बार बार सॉरी सॉरी करने लगा।
मैंने कहा- ठीक है कोई बात नहीं इस बार के लिए मैं चुप हूँ पर अगली बार ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जब तुम्हारा तुम्हारे ऊपर कंट्रोल न हो तो मुझसे कहना मेरी छोटी बहन कोमल अब भी सोई थी मैंने उसे उठाया और कहा कि जाओ जल्दी से फ्रेश हो जाओ फिर तुमको नाश्ता लगा देती हूँ फिर मैं अपने रूम में गई और चेंज करके फिर से वही मिनी स्कर्ट और टॉप बिना ब्रा पैंटी के पहन लिया।
मैं मंद मंद मुस्कुरा रही थी कि मेरा भाई मुझे चोदने लगा है मैंने कोमल को नाश्ता दिया और टीवी देखने बैठ गई मैं भी टेबल पर पैर टिका कर बैठ गई और टीवी देखने लगी भाई किनारे सोफे पर बैठ गया उसे वहां से मेरी चूत के साफ दर्शन हो रहे थे वो मुझसे नजर छुपा कर मेरी चूत देखने में लगा था और मैं अनजान बनकर टीवी देख रही थी।
बीच बीच में खुजली के बहाने मैं अपनी चूत को दो उंगली से खोल कर बीच वाली उंगली से उसको सहलाने लगती थी मैं ऐसे दिखाने की कोशिश करती थी कि किसी ने मुझे नहीं देखा चूत देख कर भाई के मुँह से लार टपक रही थी मुझे पता था मैं वहां से उठी और अपने रूम में चली गई कोमल वहीं बैठी टीवी देखती रही।
भाई थोड़ी देर बाद मेरे पीछे आया और बोला- दीदी वो जो अभी बाथरूम में हुआ था मेरा वो फिर से करने का बहुत मन कर रहा है पर मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है मैंने कहा- तो जाओ बना लो जाकर उसने कहा- दीदी मुझसे होता ही नहीं मैंने बहुत कोशिश की फिर उसने मेरी चूत की तरफ इशारा करते हुए कहा- दीदी अच्छा मुझे आप वो छू लेने दो मैं और कुछ नहीं करूंगा।
मैंने कहा- ठीक है पर सिर्फ छूना और कुछ नहीं उसने कहा- ठीक है दीदी मैंने कहा- जाओ पहले दरवाजा बंद करके आओ वो दौड़ कर गया और दरवाजा बंद करके वापस आ गया आते ही उसने मेरी स्कर्ट ऊपर कर दी और मेरी चूत रगड़ने लगा वो बहुत जोर जोर से मेरी चूत रगड़ रहा था और जोर जोर से उंगलियां अन्दर बाहर करने में लगा हुआ था।
उसके इतनी जोर से रगड़ने और उंगली करने की वजह से मेरी चूत ने बहुत जोर से पानी छोड़ दिया उसका सारा हाथ गीला हो गया उसे लगने लगा कि मुझे भी मजा आ रहा है वो और जोर से रगड़ने लगा और हिम्मत करके उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और जोर से पीने लगा मैंने कुछ नहीं कहा इससे उसकी हिम्मत बढ़ गई।
उसने किस करते हुए अपना लोअर निकाल दिया और लंड मेरी चूत में पेल दिया मैंने उसे खींच कर उसका पूरा लंड अपनी चूत में घुसवा लिया अब वो मुझे जोर जोर धक्के मार रहा था और मैं नीचे से गांड उठा उठा कर उसका साथ दे रही थी उसने मेरे दूध चूसना शुरू कर दिए थे और मुझे ताबड़तोड़ चोदने लगा था मुझे भी अपने भाई से अपनी चूत रगड़वाने में बेहद सुकून मिल रहा था।
वो फिर से 5 मिनट में मेरी चूत में झड़ गया और मैंने उसकी गांड पकड़ कर उसका लंड अपनी चूत में कसके दबा लिया अपने पैरों से उसे कसके दबा लिया वो मेरे ऊपर ही लेट गया मैंने उससे कान में कहा- तुम मेरे सगे भाई नहीं हो वो अचानक से चौंक कर उठ गया और बोला- ये क्या कह रही हो आप दीदी मैंने उसे पूरी बात बताई।
मुझे लगा वो नाराज होगा या अपसेट होगा मगर वो तो उल्टा और खुश हो गया और मुझे पकड़ कर जोर से किस करने लगा मैंने उसे हटाया और उसके कान में धीरे से कहा- रात में आना रूम में मम्मी के रूम में चले जाने बाद वो और खुश हो गया और कसके मेरी चूचियां दबा कर एक और किस ले ली फिर हम दोनों रूम से बाहर चले गए और मैं खाना बनाने लगी।
शाम को पापा के आने के थोड़ी देर पहले मम्मी आ गईं और कुछ देर बाद पापा भी आ गए सब लोग इधर उधर अपना कुछ न कुछ काम करने में लग गए रात का खाना बना और सब खाकर अपने अपने रूम में चले गए मेरा भाई मुझे चोदने आएगा इसलिए मैंने उसके लिए पहले से तैयारी कर रखी थी मैं बिना कपड़ों के चादर ओढ़ कर बैठ गई।
5 मिनट बाद ही भाई आ गया मैंने उससे कहा- पहले जाकर अपने रूम का दरवाजा लॉक डाल दो ताकि लगे तुम अन्दर से बंद करके सोए हो वो गया और जल्दी से लॉक डाल कर आ गया मैंने कहा- रात में जब भी मैं बुलाऊं तो अपने रूम में लॉक डाल ही आया करना उसने मेरा रूम अन्दर से बंद किया मैंने लाइट ऑन की और वो झट से आकर मुझे किस करने लगा।
मैं उसके कपड़े उतारने लगी मैंने जल्दी से उसके कपड़े उतार दिए और उसे बेड के ऊपर खींच कर जोर से उसे किस करने लगी वो मेरी चूत में उंगली करने लगा और मैं उसके लंड को हिलाने लगी फिर मैं 69 पोजीशन में आकर उसके मुँह पर बैठ गई और उसका लंड चूसने लगी, वो मेरी चूत चाटने लगा वो मेरी गांड के छेद में अपनी उंगलियां घुसा रहा था और पूरे मजे से मेरी चूत को चाट रहा था।
मैं उसका लंड चूसने में लगी थी भाई बहन आज से भाई बहन नहीं रहे थे फिर मैं उठी और उसके लंड पर बैठ गई उसने भी नीचे से कमर उठा कर लंड चूत में पेल दिया मैं ऊपर नीचे होने लगी मुझे असली लंड से चुदने में बहुत मजा आ रहा था मैं उसके ऊपर झुकी, उसके हाथ अपनी चूचियों पर रखे और उसे किस करते हुए अपनी गांड हिलाने लगी उसका लंड मेरी चूत की गहराई में जा रहा था।
फिर मैं नीचे लेट गई और उसे ऊपर बुला कर फिर से लंड चूत में घुसा लिया वो सिस्टर चुदाई करते हुए जोर जोर से धक्के मारने लगा और मेरे कान में कहने लगा- दीदी, आपकी चूत बहुत हॉट है मुझे आपकी गांड मारनी है मैंने कहा- आज नहीं, कल अभी जोर से करो उसने और जोर से धक्के देना शुरू कर दिए मैंने कहा- जब तुम झड़ने वाले होना तो मेरे मुँह में झड़ जाना।
वो इतनी जोर से धक्के मार रहा था कि दो मिनट बाद जल्दी से उठ कर मेरी चूचियों पर बैठ गया और लंड मुँह में लगा दिया मैंने उसका लंड जोर से हिला कर सारा रस अपने मुँह में गिरा लिया और पी गई फिर मैंने उसका लंड 2 मिनट तक और चूसा और फिर उसे अपने ऊपर लिटा लिया भाई का लंड अपनी चूत में फिर घुसवा लिया।
मैंने उससे कहा- बस अब ऐसे ही सो जाओ वो लंड पेले हुए ही मस्ती करने लगा हम दोनों सो गए वो रात में उठा और उसने मुझे फिर से चोदना शुरू कर दिया इस तरह से वो रात भर मुझे चोदता रहा कई बार झड़ने के बाद उसको सुबह 4 बजे नींद आई और तब मुझे सोने दिया सुबह 6 बजे मेरी आंख खुली मेरा भाई नंगा पड़ा था और मेरी चूची पकड़े सोया हुआ था।
मैंने उसको किस किया और उसको सीधा लिटा कर उसका लंड मुँह में ले लिया मुझे पता था कि मम्मी पापा 7 बजे से पहले नहीं उठेंगे तब तक एक और राउंड हो जाएगा मैंने जैसे ही 5-6 बार उसका लंड मुँह में अन्दर बाहर किया भाई उठ गया और मेरा सिर अपने लंड पर दबाने लगा ताकि उसका लंड मेरे मुँह में और अन्दर तक जाए।
मैं उसका लंड पूरा अन्दर तक ले जाने लगी उसे मजा आ रहा था मैंने अपनी चूत की तरफ इशारा करते हुए उससे कहा- ये चाहिए तुम्हें वो उठ कर तुरंत मेरी चूत चाटने लगा फिर उसने मुझे किस करते हुए अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा कुछ मिनट तक चोदने के बाद उसने मेरी चूत अपने रस से पूरी भर दी उसका गर्म गर्म रस मुझे और एक्साइटेड कर रहा था।
फिर मैंने उससे कहा- इधर उधर देखकर जल्दी से अपने रूम में घुस जाओ मैं कपड़े पहन कर नीचे गई और फिर स्कूल चली गई अब मैं स्कूल में भी ब्रा पैंटी पहन कर नहीं आती थी स्कूल में मुझे घर जाने को जल्दी हो रही थी ताकि जल्दी भाई से मिल कर फिर से चुद लूँ दोपहर में मैं स्कूल से वापस घर आई उस वक्त पापा दुकान गए थे और मम्मी घर पर ही थीं।
भाई अभी स्कूल से नहीं लौटा था मैं चेंज करके आई और खाना खाया तब तक भाई आ गया और मुझे देखते ही मुस्कुराने लगा मम्मी ने पूछा- आज तुम सबका दिन कैसा रहा स्कूल में हम सबने कहा- ठीक था कोमल मम्मी की गोदी में बैठी लाड़ दिखा रही थी भाई चेंज करके आया और उसने भी खाना खा लिया।
मम्मी आराम करने के लिए वहीं टीवी वाले रूम में बैठ गईं और हम दोनों एक दूसरे के सामने चेयर लगा कर उनके सिर के पीछे बैठ गए मैंने अपनी टांग भाई की चेयर के हैंडल पर रख दी जिससे उसे मेरी चूत मेरी स्कर्ट के अन्दर साफ नजर आ जाए उसने अपना पैर उठाया अपने पैर का अंगूठा मेरी चूत में घुसाने लगा पर वो घुसा नहीं पा रहा था क्योंकि मेरी चूत अभी भी बहुत टाइट थी।
मैंने उसका अंगूठा पकड़ा और जल्दी से अपनी चूत में घुसा लिया अब वो पैर हिलाकर अपना अंगूठा मेरा चूत में अन्दर बाहर करने लगा मम्मी और कोमल हमारे बिल्कुल पास में लेटी थीं और हम दोनों अलग ही नशे में थे मैं उसके लंड को अपने पैर से सहला रही थी उसने अपना लंड लोअर की एक टांग से बाहर कर दिया था।
चाची को दिया मोटे लंड का मजा-Chachi Sex Story
भाई का लंड और मेरी चूत धीरे धीरे गीले होने लगे मैं थोड़ा आगे झुकी और भाई का लंड पकड़ कर उसकी मुट्ठी मारने लगी क्योंकि उसका लंड पहले ही बहुत गीला हो चुका था इसलिए वो 2 ही मिनट में झड़ गया उसका सारा वीर्य उसकी टांग पर गिर गया मैंने जल्दी से उठकर सारा रस उसकी टांग से चाट लिया और पी गई।
फिर मैं वहीं बैठ गई और उसे इशारे से अपनी चूत की तरफ बुलाने लगी वो समझ गया कि उसे क्या करना है वो धीरे से अपनी कुर्सी से उठा और जमीन पर बैठ कर मेरी चूत चाटने लगा कुछ 5 मिनट बाद मैं भी झड़ने वाली थी, तो मैंने उसे उठाया और बाथरूम में ले गई।
उसने वहां इतनी जोर से मेरी चूत रगड़ी कि मेरी चूत से रस की धारा बहने लगी मैं कुछ मिनट तक लगातार झड़ती रही फिर हम दोनों बाहर आ गए आगे की सेक्स कहानी में और भी मजा आएगा वो मैं फिर कभी सुनाऊंगी आप मुझे मेल व कमेंट्स से बताएं कि आपको मेरी सिस्टर चुदाई कहानी कैसी लगी।
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